
Delhi Red Fort Blast: चेहरे पर काला मास्क लगाए कैमरे में कैद हुआ आतंकी उमर | Badarpur Border
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के फरीदाबाद-सहारनपुर मोड्यूल की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है, एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि जैश के फिदायीन मॉड्यूल के आरोपी डॉक्टर मुज़म्मिल और डॉक्टर उमर सेशन नाम के एक एनक्रिप्टेड मैसेंजर ऐप 'सेशन' का प्रयोग हैंडलरों से बात करने के लिए करते थे. इस ऐप में किसी भी यूजर को अकाउंट बनाने के लिए मोबाइल नंबर की जरूरत नहीं होती है और चैट का मेटाडेटा भी सेव नहीं होता है. सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टर मुजम्मिल ने जानकारी दी है कि जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ने के शुरुआती दिनों में उसकी बात जिस हैंडलर से होती थी उसका छद्म नाम 'अबू उकसा' था और वो तुर्की का वर्चुअल नंबर प्रयोग करता था. शुरुआती दिनों में इस हैंडलर ने जो अपना नंबर व्हाट्सएप पर बात करने के लिए दिया था वो +90 का था, लेकिन फिर इस हैंडलर ने दोनों से सेशन ऐप पर बातचीत करने के लिए कहा ताकि उनकी बातचीत कभी लीक ना हो और एजेंसियों को पता ना लगे.
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